March 28, 2024

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निर्धारित वेशभूषा में न होने से अरूणिमा नहीं कर पाईं महाकाल गर्भगृह में दर्शन

दिव्यांग होते हुए भी एवरेस्ट पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला अरूणिमा सिन्हा के 24 दिसम्बर को सुबह श्री महाकालेश्वर मन्दिर में भस्म आरती के पश्चात गर्भगृह में दर्शन नहीं हो पाने का कारण उनका निर्धारित वेशभूषा में नहीं होना था। वे नन्दी गृह से ही दर्शन कर पाईं। परम्परा अनुसार तत्समय गर्भगृह में प्रवेश के लिए महिलाओं को साड़ी पहनकर अन्दर जाना होता है। चूंकि वे साड़ी नहीं पहने थीं, अतः वहां उपस्थित महाकाल स्टाफ और पंडे-पुजारियों ने अनुरोध किया कि वे निर्धारित वेशभूषा में श्री महाकालेश्वर मन्दिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन कर पाएंगी।
इस सम्बन्ध में श्री महाकालेश्वर मन्दिर समिति के प्रशासक अवधेश शर्मा ने कलेक्टर और अध्यक्ष मन्दिर समिति को प्रस्तुत प्रतिवेदन में घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि दिनांक 24 दिसम्बर को रात्रि 1ः30 बजे सूचना प्राप्त हुई थी कि मंत्री अर्चना चिटनीस के गेस्ट दर्शन करने आने वाले हैं। गैस्ट सुबह 4ः30 बजे मन्दिर में आईं। गेस्ट को मन्दिर प्रशासन द्वारा भस्म आरती के सम्मान कार्तिकेय मण्डप में विधिवत बैठाकर दर्शन करवाए गए क्योंकि इस समय तक नीचे के नन्दी मण्डप और गणेश मण्डप पूरी तरह भर चुके थे।
अवधेश शर्मा ने बताया कि भस्म आरती के उपरान्त गेस्ट को कार्तिकेय मण्डप से नीचे उतरकर नन्दी मण्डपम से दर्शन कराए गए। वे गर्भगृह में जाकर दर्शन करना चाहती थीं, परन्तु निर्धारित वेशभूषा में न होने से वहां उपस्थित पंडे-पुजारियों और स्टाफ द्वारा उनसे अन्दर न जाने का अनुरोध किया गया। इसके पश्चात वे नन्दी मण्डपम से दर्शन करके बाहर आ गईं।
साथ ही बताया कि मन्दिर स्टाफ को तब तक यह नहीं पता था कि गेस्ट अरूणिमा सिन्हा हैं, जो कि पद्मश्री से पुरस्कृत हैं तथा दिव्यांग होते हुए भी माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला होने का गौरव हासिल कर चुकी हैं। जानकारी प्राप्त होने पर उनके द्वारा सिन्हा से दूरभाष पर चर्चा कर खेद व्यक्त किया गया तथा पुनः उन्हें ससम्मान दर्शन के लिए आमंत्रित किया गया। यदि उक्त अतिथि के आने की सूचना और पहचान मन्दिर प्रशासन को पूर्व में होती, तो उनको पहले ही निर्धारित वेशभूषा के विषय में अवगत करा दिया जाता, जिससे कि उन्हें सहजता से गर्भगृह में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन हो पाते।
पूरी घटना के सम्बन्ध में महाकाल प्रशासक से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर प्रभारी कलेक्टर विजय कुमार जे द्वारा इस सम्बन्ध में प्रतिवेदन शासन को भिजवा दिया गया है।

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